राज्य में टोनही प्रथा के ख़िलाफ़ पुलिस चलायेगी सामाजिक अभियान

राज्य भर में टास्क फ़ोर्स का होगा गठन
डीजीपी की संवेदनात्मक पहल

रायपुर । पुलिस महानिदेशक श्री विश्वरंजन की विशेष संवेदनशील पहल से टोनही आदि अंधविश्वासों के ख़िलाफ़ सामाजिक वातावरण बनाने के लिए राज्य भर में पुलिस द्वारा स्वयंसेवी भावना से सामाजिक अभियान प्रारंभ किया जा रहा है । उन्होंने सभी पुलिस महानिरीक्षकों एवं पुलिस अधीक्षकों को सचेत एवं तत्पर कानूनी कार्यवाही के साथ-साथ अभियान संचालन हेतु त्वरित कार्यवाही प्रारंभ करने का निर्देश दिया है। इस अभियान का मूल लक्ष्य वर्ष 09 में टोनही प्रकरण और उनसे उत्पन्न सामाजिक अपराध की दर को शून्य पर स्थिर कर उसकी निरंतरता बनाये रखना है । इस अभियान के द्वारा राज्य भर में पुलिस विभाग के फील्ड अधिकारियों का उन्मुखीकरण, कथित टोनही आदि की आड़ में अपराधिक प्रवृति के खिलाफ मानव संसाधन को प्रशिक्षित कर दक्ष बनाने, प्रचलित अंधविश्वासों के खिलाफ वैज्ञानिक चेतना का प्रसार एवं अपराधिक प्रवृति वाले अंधविश्वासों की रोकथाम के लिए कारगर नेटवर्क बनाया जायेगा ।

श्री विश्वरंजन ने बताया है कि इस अभियान के समयबद्ध क्रियान्वयन के लिए राज्य पुलिस टास्क फ़ोर्स का गठन किया जा रहा है । इसके अलावा जिले, अनुविभाग एवं थाने स्तर पर पुलिस टास्क फ़ोर्स गठित किया जायेगा, जिसके अध्यक्ष क्रमशः पुलिस अधीक्षक, अनुविभागीय अधिकारी एवं संबंधित थानेदार होंगे । इस त्रिस्तरीय टास्क फोर्स में पुलिस अधिकारियों के अलावा राष्ट्रीय सेवा योजना, रेड क्रास सोसायटी, स्वयंसेवी चिकित्सक, शिक्षाविद, सामाजिक कार्यकर्ता, सामाजिक जन जागरण अभियानों के कार्यकर्ता, विज्ञान-शिक्षक, महिला संगठनों की कार्यकर्ता, बुद्धिजीवी, रंगकर्मी, साहित्यकार एवं मीडियाकर्मी आदि होंगे । ये टास्क फ़ोर्स अभियान हेतु रणनीतियों का निर्धारण, संचालन, समीक्षा, मानिटरिंग, प्रोत्साहन, प्रेरणा एवं वांछित सहयोग उपलब्ध कराने का कार्य करेंगे ।

राज्य पुलिस टास्क फोर्स के अध्यक्ष श्री विश्वरंजन ने बताया कि इन टास्क फ़ोर्स के संयोजन में प्रचलित टोनही सहित ऐसे अन्य अंधश्रद्धाओं की पहचान किया जायेगा जो कानूनी के समक्ष अवैधानिक या समाज में अप्रिय स्थितियों की संभावनाओं को बढ़ावा देती हैं। समाज में प्रचलित अंधश्रद्धा के समूल निराकरण हेतु वातावरण निर्माण के लिए अधिकतम् संभावित सामाजिक, सांस्कृतिक, प्रशासनिक, वैधानिक, शैक्षिक चिकित्सागत पहलों का आंकलन, क्षेत्र की वास्तविकताओं के अनुरूप रणनीतियों का निर्धारण एवं उनका चरण बद्ध ढंग से सम्यक क्रियान्वयन किया जायेगा । टास्क फोर्स द्वारा क्षेत्र वैज्ञानिक यथार्थ, सामाजिक चेतना, कानूनी प्रावधानों, तर्काश्रित आस्था एवं विश्वास को प्रोत्साहित करने वाली गतिविधियों का आयोजन, प्रचार-प्रसार एवं ऐसे स्वयंसेवी संगठनों को प्रोत्साहित किया जायेगा ।
इन टास्क फोर्स द्वारा राज्य भर में वैज्ञानिक प्रयोगों एवं ट्रिक्स से प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं ग्रामों में प्रायोगिक प्रदर्शन, कला जत्थों का आयोजन, बौद्धिक सभाओं का चरणबद्ध आयोजन, स्थानीय भाषा में कानूनी प्रावधानों का पोस्टर एवं पांप्लेट निर्माण कर वातावरण तैयार किया जायेगा ।

गाँवों के भोली-भाली आम जनता को वैज्ञानिक प्रयोगों के माध्यम से रियेलिटी से परिचित कराने के लिए हर गाँव से एक युवा कार्यकर्ता को वैज्ञानिक संगठनों की सहायता से प्रशिक्षित किया जायेगा। राज्य स्तर पर 25 मुख्य स्त्रोत प्रशिक्षकों होंगे जो जिला स्तर पर चयनित 10-10 मास्टर ट्रेनर्स इस प्रकार कुल 190 मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षित करेंगे । ऐसे 190 जिला मास्टर ट्रेनर्स प्रत्येक अनुविभाग के 10-10 प्रशिक्षकों को प्रशिक्षति करेंगे । ये प्रशिक्षक अपने अनुविभाग के अंतर्गत आने वाले थानों व प्रत्येक ग्रामों के 1-1 युवा कार्यकर्ता को प्रशिक्षित करेंगे । अभियान को गति देने के लिए मीडिया सहित प्रबुद्ध नृत्य मंडलियों, रामायण मंडलियों, धार्मिक संस्थाओं के प्रमुखों का भी सहयोग लिया जायेगा। टास्क फोर्स अंधश्रद्धा फैलाकर समाज में अवैज्ञानिक, अमानवीय, असामाजिक वातावरण बनाने वाले तथा अज्ञानता का लाभ उठाकर द्रव्य सहित रूपये कमाने वाले धूर्त बैगा, गुनिया, टोनहों की गोपनीय सूची भी गाँव के कोटवारों के माध्यम से तैयार करेगा तथा घटना पूर्व संबंधितों को पूर्ण कानूनी सहयोग एवं उनके सामाजिक बचाव के लिए सभी उपायों का सतर्क अनुप्रयोग करेगा । टोनही एवं ऐसे अंधश्रद्धा केंद्रित कुरीतियों को रोकने में सर्वोत्कृष्ट एवं कारगर भूमिका निभाने वाले पुलिस कर्मी, स्वयंसेवी कार्यकर्ताओं, अधिकारियों को महत्वपूर्ण अवसरों पर सार्वजनिक सम्मान एवं पुरस्कृत किया जा सकेगा ।

सूबेदार, उप निरीक्षक, प्लाटून कमांडर भर्ती हेतु साक्षात्कार २२-२८ दिसम्बर को


छत्तीसगढ़ व्यवसायिक परीक्षा मंडल द्वारा पुलिस मुख्यालय को सूबेदार, उप निरीक्षक, प्लाटून कमांडर भर्ती परीक्षा 2006 हेतु पूर्व में लिखित परीक्षा पास उम्मीदवारों की जारी सूची में आंशिक संशोधन करते हुए 164 उम्मीदवारों की अतिरिक्त सूची सोंपी गई है । ऐसे उम्मीदवारों की शारीरिक दक्षता परीक्षा एवं साक्षात्कार चयन समिति द्वारा लिया जायेगा ।

ये उम्मीदवारा पूर्व में लिखित परीक्षा मे उत्तीर्ण घोषित नहीं किये जाने से द्वितीय चरण की परी7ओं में सम्मिलित नहीं किये गये थे । लिखित परीक्षा के माडल उत्तर में कतिपय त्रुटियाँ संज्ञान में आने पर छत्तीसगढ़ व्यवसायिक परीक्षा मंडल, रायपुर (व्यापम) द्वारा संशोधित सूची पुलिस मुख्यालय रायपुर को सोंपी गई है, जिसके अनुसार 164 उम्मीदवारों को द्वितीय चरण की परीक्षा में सम्मिलित होने हेतु 22 से 28 दिसम्बर, 2008 की अवधि नियत की गई है ।

इस अवधि में 22 से 24 दिसम्बर तक शारीरिक दक्षता परीक्षा एवं 26 से 28 दिसम्बर तक साक्षात्कार लिया जावेगा । उम्मीदवारों को शारीरिक दक्षता परीक्षा हेतु पीटीएस माना, रायपुर में प्रातः 9 बजे उपस्थिति देनी होगी । साक्षात्कार का समय पृथक से अवगत कराया जावेगा । जिन समस्त 164 उम्मीदवारों उक्त परीक्षा में सम्मिलित होने हेतु सूचना प्रेषित कर दिया गया है, उनके नाम इस प्रकार हैं –


राधा पैंकरा, प्रमोद कुमार शर्मा, जितेन्द्र कुमार सोनी, अवनीश कुमार पासवान,रूपेश कुमार रावत,लालू सिंह,कृष्ण कुमार सिंह, अरुण कुमार बडेरिया, धनंजय जायसवाल, अमृता देवी पलेरिया, चंचल तिवारी, प्रज्ञा पांडे,शाइस्ता फातिमा, बिजेश कुमार सिंह, मनीष शुक्ल,हीरामणि पटेल, इरशाद अली, नीतेश राजपूत, भास्कर पूडके, मनीष कुमार पटेल, अनिल कुमार वर्मा, पीयूष कांत चंद्राकर, सुजीत कुमार पटेल, मुकेश कुमार यादव, अनुरोध साहू, मनोज कुमार कौशिक, भागवत प्रसाद जायसवाल, ओमप्रकाश पटेल, तेज प्रकाश जायसवाल, सुरेश कुमार सोनी, महेश कुमार बरेठ, कुमारी सरिता भास्कर, संगीता भास्कर, सीमा पटेल, शशि साईं, डेनियल सिंह चन्द्रा, श्रीकांत साहू, संजीव कुमार मिरी, गौतम कुमार, प्रणव कुमार तिवारी, वीरेन्द्र कुमार उइके, राकेश कुमार वर्मा, प्रीति सिंह, किरण सिंह कंवर बलिंदर सिंह, अम्ब्रुस टिर्की, बार्थोलोमी केरकेट्टा, घनश्याम तिवारी, विकास शुक्ला, संदीप सिंह ठाकुर, सुरेन्द्र कुमार देवांगन, रोशन सिंह गौतम, सोमेश्वर प्रसाद राठौर, राजेश कुमार बानवे गोपी यादव, विजेन्द्र कुमार यादव, जय राम सिदार, मोहन प्रसाद बनर्जी, अमित कुमार, प्रीति त्रिपाठी, लीना प्रधान, सरिता रंगारी, देवी रत्न बंसोड पाटिल, सीमा अग्रवाल, नवीन कुमार सिंह, चंद्र कुमार देशमुख, विनोद कुमार सोनी, दिनेश कुमार गोयल, दिलबाग सिंह, स्वदेश गुप्ता, टिकेन्द्र कुमार यदू, घनश्याम, सुरेन्द्र कुमार सोनी, दिनेश कुमार, अजय कुमार बंजारे, त्रिभुवन मोहन वासनिक, नरेश कुमार, टुमन लाल बघेल, भूपेन्द्र कुमार सिन्हा, राजेंद्र कुमार, कैलाश कुमार शर्मा, राकेश सिंह, अविनाश तिवारी, दुर्गेश कुमार सिंह, रजनीकांत साहू, संतोष सोनी, मोहम्मद नबी, इंद्रजीत कुमार, उत्तम गौतम टंडन, जै कुमार डेहेरिया, मनोज कुमार चंद्रवंशी, संजय कुमार मंडावी, हूमा रहमान, शारदा शुक्ला, सौरभ सिंह राठौर, टेक राम वर्मा, अभिराम मेश्राम, राजीव कुमार तिवारी, गौतम चौधरी, महेन्द्र कुमार साहू, प्रदीप कुमार पोयम, सतीश दीवान, प्रमीला नाग, टिकेश्वर कुमार सोनबेर, रवि कुमार ठाकुर, सतीश कुमार नवरंगे, हरि प्रिया पटेल, पंकज कुमार पारीक, सौरभ पटेल,अनिल कुमार निकुंज, नमित कुमार मोदी, लिंगराज चौधरी, सुरेश कुमार गेंदले, निर्मला साहू,दिलीप कुमार साहू, पारस कुमार सोनी, किशन कुमार देवांगन, मुरली मनोहर पटेल, रमेश कुमार पटेल, तेज कुमार यादव, मनोज कुमार गुप्ता, शंकर लाल नाईक, विषीकेशन दिनकर, विजय कुमार एक्का, चित्रलेखा साहू, ममता शीतल मिश्र, योगेश सिंह ठाकुर, भूपेन्द्र पेंडारिया, पीयूष ठाकूर, राजेश बेहरा, देवीलाल दीवान, त्रिलोक सिंह ठाकुर, देवेश कुमार तिवारी, विकास सिंह, नरेश कुमार बंजारे, पद्म जगत, श्वेता वैष्णव, सिद्धार्थ शंकर चटर्जी, दिलीप कुमार शर्मा, आकाश कदम, शैलेंद्र कुमार साहू, मुकेश कुमार देवांगन, संजय सिंह परिहार, विजय कुमार सोम, विपिन किशोर,कमलेश सिंह चन्द्र, टोमन लाल वर्मा,राजीव कुमार पटेल, प्रदीप कुमार चंद्राकर, रमन कुर्रे, कुमारी उमा ओगरे, रुक्मिणी भारद्वाज, सुरेन्द्र कुमार सोनी, संतोष साहू, कमल सिंधु पटेल, उमेश कुमार यादव,, वीरेन्द्र कुमार वर्मा, प्रहलाद कुमार वर्मा, दागेश्वर खटकर, लखन डोंगरे, अशोक कुमार, कर्ण कुमार उइके, विनोद कुमार छतवार, शैलेंद्र कुमार पाटले ।
यह सूची पुलिस मुख्यालय में भी चस्पा कर दी गई है ।

नक्सली नेटवर्क का पर्दाफ़ाश करने वाले 13 कर्मियों को समय पूर्व पदोन्नति

रायपुर । 15 दिसम्बर । पुलिस महानिदेशक श्री विश्वरंजन ने भूमिगत नक्सली माओवादियों के शहरी नेटवर्क उजागर करने वाले 13 कर्मचारियों को क्रम से पूर्व पदोन्नति का लाभ दिलाकर प्रोत्साहित किया है । इनमें एक सहायक उपनिरीक्षक, 2 प्रधान आरक्षक, 1 आरक्षक चालक और 9 आरक्षक सम्मिलित हैं जिन्हें क्रमश- उपनिरीक्षक, सहायक उप निरीक्षक, सहायक प्लाटून कमांडर एवं प्रधान आरक्षक के पद पर पदोन्नति का लाभ दिया जा रहा है ।

पुलिस विभाग द्वारा माओवादी गतिविधियों पर रोक लगाने एवं उनके भूमिगत नेटवर्क को उजागर कर समाप्त करने हेतु दिसम्बर 2007 से राजनांदगाँव, कांकेर, दुर्ग, रायपुर तथा बिलासपुर जिले में गुप्त अभियान चलाया गया था । अभियान के परिणाम स्वरूप छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर सहित आसपास के जिलों में लंबे समय से संचालित नक्सलियों के शहरी नेटवर्क का पर्दाफ़ाश संभव हो सका था और विभाग को एक बड़ी सफलता हाथ लगी थी । इसी अभियान के तहत गिरफ़्तार की गई महिला नक्सली जमुना से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर वरिष्ठ माओवादी विजय, सदस्य मालती व मीना ऊर्फ़ गीता की पहचान की गई जिसके पश्चात प्रफूल्ल झा की गिरफ्तारी, विजय उर्फ़ गुडसा उसेंडी के फरीदनगर भिलाई स्थित घर में दस्तावेज, हथियार व नगद रक़म जब्त की गई । इस प्रकार गठित विशेष कार्यदल में विभागीय कर्मियों की अतिरिक्त परिश्रम व अथक प्रयास से भूमिगत नक्सली माओवादियों का नेटवर्क उजागर हुआ था ।

नक्सली नेटवर्क को उजागर करने में विशेष भूमिका निभाने वाले जिन कर्मियों को उनके सराहनीय कार्य के लिए पुलिस रेग्युलेशन के पैरा 70-क एवं विसबल अधिनियम 56 (3) के तहत क्रम से पूर्व नियमानुसार पदोन्नति दी गई है, वे हैं – जिला राजनांदगाँव के सहायक उप निरीक्षक बोधन साहू और प्रधान आरक्षक कृष्णकुमार जिन्हें क्रमश- उप निरीक्षक एवं सहायक उप निरीक्षक पद पर पदोन्नति मिलेगी । इसी तरह 7 वीं वाहिनी, छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के प्रधान आरक्षक अरविंद गिरी को सहायक प्लाटून कमांडर पद पर पदोन्नति मिलेगी । राजनांदगाँव के ही आरक्षक (चालक) ओंकार सिंह, आरक्षक राजकुमार द्विवेदी, सत्यनारायण शर्मा, संजय कुमार यादव, शरद कुमार, धन्ना लाल सिन्हा, सुरेश कुमार पांडेय, संतोष कुमार सिंह, शिवशंकर तिवारी और दीपक तिवारी को प्रधान आरक्षक पर पर पदोन्नत किया जायेगा । इसमें से नव आरक्षक द्वय शिवशंकर तिवारी और दीपक तिवारी को बेसिक प्रशिक्षण उत्तीर्ण होने के उपरान्त पदोन्नति मिल सकेगी ।

कुख्यात एवं दूर्दांत सशस्त्र दो माओवादी पुलिस के हत्थे चढ़े


रायपुर । विधानसभा चुनाव 2008 के दौरान झारखंड राज्य के सरहदी इलाके पर भाकपा-माओवादियों के बढ़ते दबाब के मद्देनज़र पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा मुकेश गुप्ता एवं पुलिस अधीक्षक बलरामपुर बद्रीनारायण मीणा के कुशल नेतृत्व में चलाये जा रहे अभियान के परिणामस्वरूप 2 दिसम्बर 2008 को पुलिस अधीक्षक को मुखबिर के ज़रिये सूचना मिली कि स्टेट कमेटी सदस्य वीरसाय, जोनल कमांडर विनय तथा एरिया कमेटी सदस्य जगदीश के नेतृत्व में 40-50 की संख्या में माओवादी झारखंड राज्य के गढिया ग्राम एवं छत्तीसगढ़ राज्य के बलरामपुर अंतर्गत पिपराही ग्राम के मध्य घनघोर जंगल में विधिविरूद्ध क्रियाकलापों एवं आतंकी घटना को अंजाम देने के उद्देश्य से आये हुए हैं ।

उक्त सूचना पर पुलिस अधीक्षक द्वारा डी।आर.आंचल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, के नेतृत्व में निरीक्षक अरबिंद किशोर खलखो, निरीक्षक एसआर खान, एसटीएफ एवं डीएफ की टीम गठित कर भाकपा-माओवादियों की धरपकड़ हेतु दिशानिर्देश देकर प्रातः 4 बजे थाना बलरामपुर से पिपराही गाँव की ओर रवाना किया गया।

पिपराही पहुँचने के पूर्व पुलिस पार्टी द्वारा नक्सलियो को चारों ओर से घेराबंदी करने के उद्देश्य से दो पार्टी बनायी गई । पहली पार्टी का नेतृत्व श्री आंचल वे दूसरी का नेतृत्व श्री खान कर रहे थे । दोनों पार्टी जैसे ही कन्हार नदी पर गढ़िया घाट पहुँचे कि 3-4 व्यक्ति पुलिस को देखकर घने जंगल मे छुपने की कोशिश करने लगे । पुलिस पार्टी को उक्त व्यक्तियों को दौडाकर पकड़ने का प्रयास किया गया । जिससे 2 व्यक्ति हथियार एवं पीठू सहित पकड़ में आ गये । एक व्यक्ति अपना हथियार फेंककर जंगल पहाड़ की आड़ लेकर भागने में सफल हो गया ।

पूछताझ में उन दोनों ने माकपा माओवादी का होना बताया । माकपा माओवादी एरिया कमांडर अशोक घांसी/नायक उर्फ कुलदीप उम्र 19 वर्ष आत्मज रामशत्रुघ्न साकिन बरकौल, थाना भंडरिया, जिला गढ़वा, झारखंड होना स्वीकार किया गया । दूसरा भाकपा माओवादी का सक्रिय सदस्य गौरी पनिका, उम्र 25 वर्ष, आत्मज बनारस पनिका, साकिन परसवार, थाना भंडरिया, जिला गढ़वा का होना बताया ।

दोनो भाकपा माओवादी ने हथियार फेंककर भागे हुए अपने साथी का नाम विजेन्द्र याद, साकिन परारवार का होना बताया है । पूछताझ के दौरान उसने अपने दस्ते के अन्य 40-45 साथियों एवं कमांडर वीरसाय, विनय एवं जगदीश की उपस्थिति झारखंड राज्य के गढ़वा जिले में कन्हार नदी के उस पार बढ़नी जंगल मे होना बताया है ।

पुलिस पार्टी आगे बढ़ते हुए सर्चिंग की लेकिन भाकपा-माओवादियों को पुलिस के आने की सूचना मिलने पर वे जंगल पहाड़ होते हुए झारखंड के चपिया, मतगढ़ी की ओर भाग गये । पूछताझ पर एरिया कमांडर कुलदीप ने बताया कि मैं वर्ष 2003 से भाकपा-माओवादी दस्ता में शामिल हूँ । पूर्व में मैं श्रीकांत के दस्ते मे काम किया था । कुछ समय रितेश एवं केश्वर के दस्ते में भी चैनपुर एरिया में काम कर चुका हूँ । वर्ष 2007 से अभी तक विजय उर्फ नेपाली उर्फ वीणा खेस तथा वीरसाय के नेतृत्व मे भाकपा माओवादी संगठन का कार्य कर रहा हूँ । जनवरी 2008 में मुझे तथा विश्वनाथ खैरवार को बरगढ़, भंडरिया एवं छत्तीसगढ़ क्षेत्र का एरिया कमांडर बनाया गया ।