पुलिस अधिकारियों ने राष्ट्रीय अंखड़ता का संकल्प दोहराया

रायपुर । 19 नवंबर । आज पुलिस मुख्यालय में आयोजित एक अनौपचारिक सभा में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने राष्ट्रीय अखंडता की शपथ लेते हुए देश की आज़ादी और प्रजातांत्रिक अखंडता के प्रति अपनी वचनबद्धता को दोहराया । राष्ट्रीय अखंडता दिवस 19 नवंबर के प्रतिपालन में प्रातः 11 बजे पुलिस मुख्यालय, रायपुर में पुलिस महानिदेशक श्री विश्वरंजन ने सभी अधिकारियों को राष्ट्रीय अखंडता की शपथ दिलायी । शताधिक पुलिस अधिकारियों और कर्मियों ने प्रतिज्ञा ली कि कभी हिंसा का सहारा नहीं लिया जायेगा । धर्म, क्षेत्र से संबंधित भेदभाव और झगड़ों तथा राजनैतिक या आर्थिक शिकायतों का निपटारा शांतिपूर्ण तथा संवैधानिक तरीक़ों से करने का जीवन भर प्रयास किया जायेगा ।
उक्त अवसर पर श्री अनिल एम.नवानी, डीजीपी सशस्त्र बल, श्री रामनिवास, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, श्री आर.के.विज, पुलिस महानिरीक्षक, श्री जी.पी.सिंह, डीआईजी, श्री एन.के.एस.ठाकुर, श्री ए.एम.जूरी, श्री जी.एस. बाम्बरा सहित सभी शाखाओं के वरिष्ठ अधिकारियों ने अपनी प्रतिभागिता रेखांकित की ।

पहला चरण का चुनाव अधिक शांतिपूर्ण ढंग से निपटा – विश्वरंजन

रायपुर । 14 नवंबर । छत्तीसगढ़ विधान सभा चुनाव के पहले चरण में असुरक्षा और हादसों की तमाम सारी शंकाओं को झूठलाते हुए चुनाव में लगे सभी पुलिस, सुरक्षा, अर्धसैनिक बलों और एसपीओ ने छुटपूट घटनाओं को छोड़कर आमतौर पर शांतिपूर्वक चुनाव संपन्न करा लिया है । नक्सलियों द्वारा विधानसभा चुनाव की मतदान प्रक्रिया को बाधित करने के अनेक प्रयासों को मुँहतोड़ जवाब देते हुए सुरक्षा बलों ने उनके मक़सद को असफल कर दिया ।

प्रथम चरण के चुनाव में अधिकतम संवेदनशील बूथ होने के कारण आज दिन भर पुलिस महानिदेशक श्री विश्वरंजन सभी विधान सभा क्षेत्रों में सम्मिलित मतदान केंद्रों की शांति व्यवस्था की दिन भर मानिंटरिग की । वे मतदान केंद्रों में दिन भर हुई घटनाओं, पोलिंग बूथ पर हमलों, मुठभेड़ आदि आकस्मिक घटनाओं की जानकारी ले-लेकर पुलिस अधिकारियों को शांतिपूर्वक चुनाव संपन्न कराने के लिए आवश्यक निर्देश एवं मार्गदर्शन देते रहे। उन्होंने दिन भर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने के बाद बताया है कि इस बार प्रथम चरण का चुनाव अपेक्षा से कहीं अधिक शांतिपूर्ण ढंग से निपटा है । सभी 39 विधानसभा क्षेत्रों में आज हुए चुनाव की कुछ घटनाओं को छोड़कर प्रथम चरण का चुनाव पिछले विधानसभा चुनाव की अपेक्षाकृत अधिक शांति और सामान्य ढंग में निपटा है ।
इस बार मुठभेड में एक हेड कांस्टेबिल शहीद हो गया जो कांकेर जिले में कुर्रेनार पोलिंग बूथ में तैनात था । एक अन्य घटना में एक हेलिकाप्टर कर्मी (नेवीगेटर) की नक्सलियों की गोली लगने से मृत्यु हो गई । इस तरह 39 विधान सभा क्षेत्रों में मुस्तैदी से सुरक्षा प्रबंध करते हुए 2 कर्मियों ने अपनी शहादत दी । इसके अलावा इस बार सुरक्षा के कड़े इंतेजाम के बावजूद नक्सलियों द्वारा 20 ईव्वहीएम मशीनें लूटी गयीं । गत विधान सभा चुनाव में 73 ईव्हीएम मशीनें लूटी गईं थी और पिछले लोकसभा चुनाव में 55 ईव्हीएम लूटी गईं थी ।

पिछली चुनाव में हुए हादसों को मद्देनज़र रखते हुए इस बार विशेष सतर्कता बरती गयी थी । । बस्तर इलाकों में विधान सभा चुनाव का बहिष्कार करने वाले नक्सलियों ने 6 पोलिंग बूथों पर अचानक हमला बोला दिया जिसे पुलिस और सुरक्षा बलों की सतर्कता और बहादूरी के कारण निरापद और बिना किसी व्यक्ति के हताहत हुए नियंत्रण कर लिया गया । मिली अद्यतन जानकारी के अनुसार चुनाव कार्य में नक्सलियों के हमलों और अन्य मुठभेड़ों में कुल 4 लोग घायल हुए हैं जिसमें सीआरपीएफ का 1 जवान, जिला पुलिस बल का 1 जवान, 2 एसपीओ एवं एक नागरिक शामिल है ।

पुलिस अधिकारी की सतर्कता ने बचायी कईयों की जान


रायपुर । रायपुर राजधानी के फाफाडीह चौक़ पर १० नवंबर, सोमवार की रात क़रीब 11 बजे एक पुलिस अधिकारी की सतर्कता से अनहोनी और जानलेवा घटना टल गई । पुलिस महानिदेशक के सुरक्षा अधिकारी श्री विनय भास्कर अपनी ड्यूटी के पश्चात जेल रोड से होकर अपने निवास गुढियारी जा रहे थे कि इसी बीच फाफाडीह चौक़ के पहले ही अचानक उनकी नज़र पोल से टूटकर सड़क पर पड़ी की बिजली की नंगी सप्लाई लाईन पर पड़ी जिसमें करेंट प्रवाहित था । वहीं तत्काल उन्होंने अपनी मोटर साईकिल खड़ी कर स्थिति का जायजा लिया । उल्लेखनीय है कि फाफाडीह चौक से होकर बिलासपुर रोड़, रेल्वे स्टेशन, मोदहापारा तथा कचहरी चौक़ के लिए गाडियाँ और लोग-बाग आते-जाते हैं । उन्होंने अपनी सुझबूझ से चौक़ के चारों तरफ़ की सड़क को तत्कला ब्लॉक करवाया और स्वतः व्हिसिल लेकर ट्रेफ़िक को वहीं रोका । उन्होंने लगभग 15-20 मिनट तक चारों तरफ़ से आने वाले ट्रेफ़िक को रोककर एक बड़ी दुर्घटना से बचा लिया । यदि वे समय पर वहाँ मुस्तैदी से लोगों को नहीं रोकते तो निःसंदेह कई बड़ी वाहन, दुपहिया सवार, रिक्शा और पैदल चलने वाले काफ़ी लोग बिजली की चपेट में आ जाते और बड़ी दुर्घटना हो सकती थी ।

ज्ञातव्य हो कि घटना स्थल पर श्री भास्कर के पहुँचने के ठीक पहले ही एक रिक्शा चालक जानकारी नहीं होने की वजह से करेंट लगने से दूर जा गिरा था । इस बीच गंज थाने के कुछ जवान भी उनकी मदद करने वहाँ पहुँच चुके थे और उन्होंने भी मुस्तैदीपूर्वक स्थिति को संभालने में सहायता की । यही नहीं तत्काल विद्युत मंडल कार्यालय को अवगत कराया गया और अपने सामने ही लाईन को बंद करके दुरुस्त करवायी गई ।

सात नक्सली ढेर, डीजीपी ने पीठ थपथपायी


रायपुर । 11 नवंबर, 2008 । छत्तीसगढ़ पुलिस ने अपनी सुझबूझ से सात जनविरोधी नक्सलियों को मार गिराया है । उल्लेखनीय है कि चुनाव के मददेनजर रखते हुए संपूर्ण नारायणपुर जिले में विशेष गहन नक्सल विरोधी अभियान सचालित किया जा रहा है । छत्तीसगढ़ पुलिस के जाँबाज जवान, विशेषकर एसटीएफ अत्यंत सुझबुझ के साथ, बहादुरी पूर्वक शांतिपूर्वक चुनाव की सुनिश्चितिता के लिए कटिबद्ध है । इसी अभियान के दरमियान नारायणपुर जिले में कल 10 नवंबर की रात्रि में जिला पुलिस बल की संयुक्त पुलिस पार्टी नक्सली गतिविधियों की सूचना मिलने पर ग्राम खडगाँव की ओर रवाना हुई थी । इसी बीच करीबन 3 बजे रात्रि खोडगाँव के जंगल पहाड़ी पर पहुँचते ही नक्सलियों द्वारा घात लगाकर पुलिस पार्टी पर जान से मारने की नियत से फायरिंग किया गया । नक्सलियों को फायरिंग करते देख प्रत्युक्तर में पुलिस पार्टी द्वारा भी आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग किया गया । इस मुठभेड में मुठभेड में क़रीबन 7 नक्सली के मरने की आशंका व्यक्त की गई है । मुठभेड पश्चात घटना स्थल की सर्चिंग पर पुलिस पार्टी द्वारा मौक़े में 3 वर्दीधारी नक्सलियों का शव बरामद कर लिया गया है । इसके अलावा 5 नग भरमार बंदूक, 1 नग 12 बोर बंदूक दोनाली, 1 नग टिफ़िन बम, 2 बंडल वायर तथा अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री भी पुलिस पार्टी द्वारा बरामद किया गया है ।

पुलिस महानिदेशक श्री विश्वरंजन ने इस सफलता के लिए नारायणपुर पुलिस बल के उन जवानों को शाबासी देते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ की पुलिस हर खतरनाक परिस्थिति में छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को निरापद और शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए इसी तरह अपनी जान को जोखिम में डालते हुए भी कर्तव्यपरायता का परिचय देती रहेगी ।